दिल की बीमारियों से बचाव और उपचार

एक अध्ययन में पाया गया है कि हृदय के रोगियों में से लगभग एक तिहाई लोगों में अवसाद और चिंता के लक्षण मौजूद हैं , जिससे उनमें हृदय रोग और अन्य प्रतिकूल प्रभावों का खतरा बढ़ जाता है. अमेरिका में मैसाचुसेट्स जनरल अस्पताल के क्रिस्टोफर सेलानो ने कहा कि हृदय रोग के मरीजों में अवसाद और चिंता की स्थिति बनी रहती है.

त्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के हृदय-रोग विशेषज्ञ प्रोफेसर ऋषि सेठी ने हार्ट अटैक पर देश की पहली मार्गदर्शिका जारी की है. इसमें उन्होंने खुलासा किया है कि दुनिया में सबसे ज्यादा हृदय रोगी भारत में हैं. इसके अलावा देश में सर्वाधिक मौतें भी इस रोग के कारण होती हैं. इसके बचाव के लिए उन्होंने तम्बाकू नियंत्रण एवं व्यायाम को बढ़ावा देने की बात कही है.

जितने लोगों की मृत्यु हृदय संबंधी रोग के कारण भारत में होती है, उतनी मृत्यु दर किसी भी और रोग का नहीं है. इसके बावजूद, हृदय रोग का खतरा कम करने के लिए वैज्ञानिक रूप से प्रमाणित कार्यक्रम हम लोग लागू कर पा रहे हैं. उदहारण के तौर पर, तंबाकू नियंत्रण प्रभावकारी ढंग से जमीनी स्तर पर लागू हो, हमारी जीवनशैली में शारीरिक व्यायाम पर्याप्त होना चाहिए.

रो ऋषि सेठी ने बताया कि यह किताब हार्ट रोगियों के लिए काफी कारगर साबित होगी. इसमें वह कैसे लंबे समय तक स्वस्थ रहें, इस पर विस्तार से चर्चा की गई है. उन्हें इलाज के बारे में भी तथ्य सहित बताया गया है. हार्ट के इलाज में भी काफी आर्थिक असमानताएं है. उन्होंने कहा कि खुद रोगी को तंबाकू शराब से दूर रहकर 30 मिनट टहलना ही सबसे बड़ा इलाज है.

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