मामूली विवाद में महाकाल मंदिर भस्म आरती गेट पर चाकूबाजी 1 की मौत

उज्जैन। महाकाल मंदिर में घटना दुर्घटनाओं का दौर थम नहीं रहा है, शनिवार देर शाम मंदिर में दर्शन करने पहुंचे एक दंपत्ति पर एक दुकान संचालक ने चाकू से हमला कर दिया, घटना में पति की मौत हो गई जबकि पत्नी गम्भीर रूप से घायल हो गई, घटना के बाद आरोपी दुकान संचालक फरार हो गया, घटना का कारण तस्वीर को टल्ला लगना बताया जा रहा है ।

मामूली विवाद में महाकाल मंदिर के बाहर खूनखराबा
युवक की हत्या,युवती गंभीर टप्प से घायल
हत्या करने वाला भक्ति भंडार का संचालक,पुलिस मौके पर

उज्जैन। महाकाल मंदिर के बाहर भस्म आरती गेट पर एक युवक की हत्या किए जाने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। दरअसल यहाँ भस्म आरती के लिए लगी श्रद्धालुओं की कतार के बीच आपसी विवाद में भक्ति भंडार के संचालक अमित त्रिवेदी नामक युवक ने जयसिंहपुरा में रहने वाले विष्णु पांचाल और उसकी पत्नी पर चाकू से हमला कर दिया और दोंनो पर चाकुओं से कई घातक वार लहूलुहान कर दिया जिससे विष्णु की मौके पर ही मौत हो गई जबकि उसकी पत्नी गंभीर रूप से घायल हो गई। उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
एक्सटेंशन

महाकाल मंदिर के बाहर भस्म आरती द्वार पर चहल पहल वाले इलाके में हुई खूनखराबे की इस घटना से यहाँ सनसनी फैल गई। हालांकि जब तक पुलिस और सुरक्षा कर्मी मौके पर पहुंचते उससे पहले ही आरोपी अमित त्रिवेदी फरार हो गया। पुलिस के आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक आरोपी अमित की भस्म आरती गेट पर भक्ति भंडार के नाम से दुकान है। गुरुवार को जयसिंहपूरा में रहने वाले विष्णु और उसकी पत्नी दर्शन के लिए मंदिर आई थी।इस दौरान भस्म आरती गेट पर मंदिर के अंदर जाते समय टल्ला लगने से अमित की दुकान की कुछ तस्वीरे नीचे गिर गई थीं। बस इसी बात को लेकर अमित ने विष्णु की पत्नी को चांटा मार दिया था। इसको लेकर उनके बीच विवाद भी हुआ था लेकिन तब मामला निपट गया था। आज उसी बात को लेकर विष्णु अपनी पत्नी पूजा और 8 वर्षीय बेटे अंशुल को लेकर अमित की दुकान पर पहुंचा था। जहाँ फिर दोंनो के बीच कहासुनी हो गई। विवाद इस कदर बढ़ा की अमित ने चाकू खोल लिया और विष्णु और उसकी पत्नी पूजा पर हमला कर दिया जिससे दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए। अधिक खून बह जाने से विष्णु की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं उसकी पत्नी पूजा को गम्भीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बहरहाल महाकाल मंदिर के बाहर खूनखराबे की इस घटना के बाद महाकाल मंदिर और उसके आसपास की व्यवस्था पर सवाल खड़ा हो गया है। क्योंकि ये खूनखराबे की घटना तब हो गई जब मौका ए वारदात पर तमाम फूल प्रसादी वाले और श्रद्धालुओं के साथ मंदिर के सुरक्षा कर्मी,पुलिस और एस ए एफ के जवानों सहित महज 100 मीटर की दूरी पर पुलिस थाना है लेकिन किसी ने घटना को रोकने की कोशिश नहीं की। इसलिए महाकाल मंदिर और उसके आसपास की सुरक्षा व्यवस्था का रिव्यू जरूरी है ।

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