अफ़ग़ानिस्तान मैं सिखों पर जानलेवा हमला , प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की हमले की कड़ी निंदा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अफगानिस्तान में आतंकवादी हमलों की दृढ़ता से निंदा की है। उन्होंने कहा कि ‘यह अफगानिस्तान के बहुसांस्कृतिक सोच पर हमला है। मोदी ने कहा कि मैं शोकग्रस्त परिवारों के साथ हूं। मैं प्रार्थना करता हूं कि घायल जल्द ही ठीक हो जाए। ‘
उन्होंने कहा कि ‘भारत इस दुखद क्षण में अफगानिस्तान सरकार की सहायता के लिए तैयार है।’ बता दें कि अफगानिस्तान के पूर्वी शहर जलालाबाद में रविवार को सिखों व हिंदुओं को ले जा रही बस पर आत्मघाती हमले में कम से कम 20 लोगों की मौत हो गई और 20 अन्य घायल हैं।
We strongly condemn the terror attacks in Afghanistan yesterday. They are an attack on Afghanistan's multicultural fabric. My thoughts are with the bereaved families. I pray that the injured recover soon. India stands ready to assist the Afghanistan government in this sad hour.
— Narendra Modi (@narendramodi) July 2, 2018
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने भी हमले की कड़ी निंदा की है. उन्होंने ट्वीट कर मारे गए लोगों के परिवारवालों से सोमवार शाम को मुलाकात करने की बात कही है.
My heartfelt condolences to the families of the victims of the terror attack in Jalalabad city of Afghanistan. We are with them in this hour of tragedy.
I am meeting their relatives today at 6 pm in JN Bhavan.— Sushma Swaraj (@SushmaSwaraj) July 2, 2018
एक अधिकारी का कहना है कि ये लोग राष्ट्रपति अशरफ़ ग़नी से मिलने के लिए एक गाड़ी में सवार होकर जा रहे थे. उसी समय उन्हें हमले का निशाना बनाया गया.
राष्ट्रपति ग़नी नंगरहार प्रांत में दो दिन के दौरे पर आए हुए हैं. कुछ ही घंटे पहले उन्होंने जलालाबाद का दौरा किया था।
मारे गए लोगों में स्थानीय सिख नेता अवतार सिंह खालसा भी शामिल हैं. अवतार सिंह खालसा को हिंदू और सिख समुदाय के प्रतिनिधि के तौर पर देखा जाता है. उनके बेटे नरेंद्र सिंह, जो धमाके के वक्त उनके साथ थे वो जिंदा बचने में कामयाब रहे.
अवतार सिंह खालसा एकमात्र सिख उम्मीदवार थे जो अक्टूबर में होने वाला संसदीय चुनाव लड़ने की योजना बना रहे थे. इस्लामिक स्टेट ने इस हमले की ज़िम्मेदारी ली है.
दिल्ली सिख गुरुद्वारा मैनेजमेंट कमेटी ने इस हमले में मारे गए 11 सिखों के मारे जाने की पुष्टि की है
The names of 11 Sikhs, who died in a suicide bombing in Jalalabad of eastern Nangarhar province in Afghanistan yesterday, has been released by Delhi Sikh Gurdwara Management Committee. pic.twitter.com/ClhA0lUOj7
— ANI (@ANI) July 2, 2018
रह गई बेहद सीमित संख्या
1970 में अफगानिस्तान में सिखों की संख्या लगभग अस्सी हजार थी। लगातार भेदभाव व भय के कारण वे लगातार पलायन करते रहे। आज स्थिति यह है कि उनकी संख्या अब केवल एक हजार रह गई है ।