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दिल्ली के कैबिनेट मंत्री गोपाल राय ने की आम आदमी पार्टी के विधानसभा प्रत्याशियों की दूसरी सूची की घोषणा

दिल्ली के कैबिनेट मंत्री गोपाल राय ने की आम आदमी पार्टी के विधानसभा प्रत्याशियों की दूसरी सूची की घोषणा

कहा- हम सत्ता नहीं, व्यवस्था परिवर्तन की लड़ाई लड़ रहे हैं और इसमें आम आदमी की जीत है निश्चित

प्रदेश अध्यक्ष आलोक अग्रवाल ने भाजपा-कांग्रेस पर किया तीखा हमला, कहा- प्रदेश की बर्बादी के लिए दोनों पार्टियां जिम्मेदार

लोकसभा पदाधिकारी सम्मेलन के दौरान प्रदेश की सभी 230 सीटों पर मजबूत विकल्प देने का लिया गया संकल्प

ग्वालियर, 6 जुलाई आम आदमी पार्टी ने स्थानीय भगवत सहाय सभागार में शुक्रवार को विधानसभा चुनाव के लिए अपने प्रत्याशियों की दूसरी सूची जारी की। इस सूची में प्रदेश की 19 सीटों पर आप ने अपने उम्मीदवार घोषित किए हैं। इनमें खिलाड़ी, शिक्षक, समाजसेवी, पूर्व सैनिक से लेकर किसान, दलित, छात्र नेता तक शामिल हैं। (सूची संलग्न है) प्रत्याशियों की अगली सूची 22 जुलाई को छतरपुर में घोषित की जाएगी. इससे पहले पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल 15 जुलाई को इंदौर आएंगे.

उम्मीदवारों की घोषणा से पहले पार्टी के ग्वालियर लोकसभा के पदाधिकारियों का सम्मेलन हुआ, जिसमें प्रदेश की सभी 230 सीटों पर जनता को मजबूत विकल्प देने का संकल्प लिया गया।

इस मौके पर पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए पार्टी प्रदेश प्रभारी और दिल्ली सरकार के कैबिनेट मंत्री गोपाल राय ने कहा कि आम आदमी पार्टी सत्ता को बदलने की लिए नहीं आई है, हम व्यवस्था को बदलने के लिए चुनावी मैदान में उतरे हैं। हमारी यह व्यवस्था परिवर्तन की लड़ाई आम आदमी की लड़ाई है, और इसमें निश्चित रूप से आम आदमी को ही जीत मिलेगी। उन्होंने कहा कि भाजपा को हटकार यदि कांग्रेस को सत्ता सौंपी गई तो यह महज सत्ता का बदलाव होगा, नीतियां और व्यवस्था वैसी ही रहेगी। व्यवस्था परिवर्तन के लिए आम आदमी पार्टी के हाथ मजबूत होना जरूरी है। उन्होंन कहा कि जनता भाजपा और कांग्रेस की नीतियों से त्रस्त हो चुकी है और अब विकल्प के रूप में आम आदमी पार्टी की ओर देख रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में गैर भाजपा, गैर कांग्रेस विकल्प के लिए आम आदमी पार्टी पहल करेगी।

इस मौके पर प्रदेश अध्यक्ष आलोक अग्रवाल ने कहा कि जिस व्यवस्था में रोज पांच किसान और 92 बच्चे मर रहे हों, जहां दो युवा रोज आत्महत्या कर रहे हों, ऐसी सत्ता को बदलाना जरूरी ही नहीं, बल्कि हर नागरिक की जिम्मेदारी भी है। आम आदमी पार्टी प्रदेश में इस लूट और भ्रष्टाचार के राज को खत्म करेगी और आम आदमी का राज लाएगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश की बर्बादी के लिए कांग्रेस और भाजपा दोनों ही पार्टियां समान रूप से जिम्मेदार हैं और भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दल एक दूसरे से मिले हुए हैं। कांग्रेस विरोध का दिखावा करती है, लेकिन असल में वह विपक्ष की अपनी जिम्मेदारी को नहीं निभा रही है।

आम आदमी पार्टी, मध्यप्रदेश PAC की ओर से विधानसभा चुनाव 2018 के लिए प्रत्याशियों की दूसरी सूची

1. शिवपुरी
एडवोकेट पीयूष शर्मा
46 वर्ष
शिक्षा- BA, MBA(Tourism), LL.B
वर्तमान में पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता और शिवपुरी जिले के संयोजक हैं। अन्ना आंदोलन से ही एक सक्रिय कार्यकर्ता रहे। शिवपुरी जिले में पार्टी की गतिविधियों को सुचारू रूप से आगे बढ़ाया। क्षेत्र में एक पढ़े-लिखे क्रांतिकारी नेता की छवि, जनहित याचिका दायर करने और भ्रष्टाचार उजागर करने के लिए पूरे चंबल क्षेत्र में जाने जाते हैं।

2. बोहारीबन्द
एडवोकेट अनिल सिंह सेंगर
37 वर्ष
शिक्षा- M.A, LL.B
बोहारीबंद क्षेत्र में एक लोकप्रिय छात्र नेता रहे हैं। शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने पर प्रदेश सरकार द्वारा पुरस्कार प्राप्त सामाजिक कार्यकर्ता। वर्तमान में पार्टी के खजुराहो लोकसभा प्रभारी। बोहारीबंद में आम जन के मुद्दों पर लगातार सक्रिय रहते हुए संघर्ष करते रहे हैं।

3. ग्वालियर पूर्व
मनीक्षा सिंह तोमर
30 वर्ष
शिक्षा- B.Tech (Electronic Engineering)
वर्तमान में पार्टी की महिला शक्ति की प्रदेश उपाध्यक्ष। पार्टी के गठन से ही ग्वालियर-चंबल संभाग में पार्टी के संगठन निर्माण एवं आंदोलनों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। वर्तमान में एक नर्सरी स्कूल की संचालिका हैं। इससे पूर्व UNICEF नामक संस्था से जुड़कर महिला सशक्तीकरण के लिए कार्य किया। ग्वालियर-चंबल संभाग में एक शिक्षित, प्रगतिशील एवं लोकप्रिय युवा नेता की छवि।

4. शुजालपुर
ऋषि परमार
35 वर्ष
शिक्षा- MBA
पार्टी में शाजापुर जिले के सहसंयोजक रहे हैं। अन्ना आंदोलन से ही बहुत सक्रियता से पार्टी की गतिविधियों में हिस्सेदारी। शुजालपुर में तेजी से एक युवा नेता के रूप में उभर कर सामने आए हैं। राष्ट्रीय स्तर के फुटबॉल खिलाड़ी रहे हैं।

5. अामला (अनुसूचित जाति)
डॉ.सुरेश कुमार भुमरकर
38 वर्ष

शिक्षा- BSC,BHMS
अन्ना आंदोलन से ही एक सक्रिय कार्यकर्ता। पार्टी के गठन से ही बैतूल जिले में संगठन निर्माण में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। क्षेत्र में एक सम्मानित डॉक्टर व संघर्षशील दलित नेता की छवि।

6. महेश्वर (अनुसूचित जाति)
बरजोर सिंह
60 वर्ष
शिक्षा- M.A. LLB
राज्य परिवहन में डिपो मैनेजर के पद से सेवानिवृत हुए। समर्पित सेवा संस्थान के 10 वर्षों तक अध्यक्ष रहे। अपनी संस्था के माध्यम से बड़वानी, खरगोन, झाबुआ जैसे क्षेत्रों में शराब बंदी, महिला उत्थान आदि कार्यों के माध्यम से दलित-आदिवासी समाज के उत्थान में उल्लेखनीय कार्य किया। वर्तमान में महेश्वर विधानसभा प्रभारी के रूप में पार्टी को अपनी सेवाएं दे रहे हैं।

7. त्योंथर
चंद्र प्रताप सिंह
42 वर्ष
शिक्षा– BA, LLB
वर्तमान में त्योंथर विधानसभा के सह प्रभारी हैं। लंबे समय से सामाजिक क्षेत्र में प्रभावशाली कार्य किया है। संगठन का मजबूत कार्य किया है।

8. मैहर
पुष्पेन्द्र सिंह
34 वर्ष
शिक्षा- मैकेनिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा
वर्तमान में पार्टी के मैहर विधानसभा प्रभारी। पार्टी की स्थापना से ही मैहर में एक कुशल संगठनकर्ता के रूप में कार्य कर रहे हैं। जनहित के मुद्दों के लिए कई धरने-प्रदर्शन किए। पिछले दिनों किसानों को हक़ दिलाने के लिए 5 दिनों का अनशन भी किया।

9. गुढ़
बालेन्दु शुक्ला
44 वर्ष
शिक्षा- B. com, LLB
रीवा में छात्रों की समस्याओं पर संघर्ष किया। गूढ़ विधानसभा में पार्टी के एक कद्दावर नेता। क्षेत्र में एक शिक्षित व समर्पित नेता की छवि।

10. कालापीपल
प्रेम सिंह सिसोदिया
66 वर्ष
शिक्षा- BA
भारतीय नौसेना से सेवानिवृत्त अधिकारी, वर्तमान में पार्टी के कालापीपल विधानसभा प्रभारी। अत्यंत कर्मठ कार्यकर्ता। क्षेत्र में ईमानदार व वरिष्ठ नेता की छवि।

11. ग्वालियर ग्रामीण
द्वारिका सिंह हरसाना
63 वर्ष
शिक्षा- BA
वर्तमान में पार्टी के विधानसभा प्रभारी हैं। पूर्व में सरपंच रहे। अपनी सारी जिंदगी सामाजिक कार्यों में ही लगाई। क्षेत्र में एक अनुभवी व वरिष्ठ राजनेता की छवि।

12. मनावर (अनुसूचित जनजाति)
रामकुवर रावत
41 वर्ष
नर्मदा आंदोलन की एक निर्भीक साहसी नेता। 19 सालों तक नर्मदा घाटी में विस्थापन एवं पुनर्वास की लड़ाई लड़ी। कई बार जेल गईं और अनशन व जल सत्याग्रह किया। वर्तमान में पार्टी की मनावर विधानसभा प्रभारी हैं। आप आदिवासी संगठन की प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य हैं।
13. देपालपुर
बहादुर मंडलोई
46 वर्ष
वर्तमान में देपालपुर विधानसभा के प्रभारी हैं। इससे पहले आप किसान संगठन के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य रह चुके हैं। क्षेत्र में एक सक्रिय किसान नेता की छवि है व केलोता समाज की सामाजिक गतिविधियों में सक्रिय भूमिका निभाते हैं। एक ओजस्वी किसान वक्ता एवं लोकप्रिय किसान नेता।

14. सिंगौरली
रानी अग्रवाल
43 वर्ष
बघेलखण्ड क्षेत्र में पार्टी की एक मजबूत महिला नेत्री हैं। वर्तमान में सिंगरौली में जिला पंचायत सदस्य के रूप में जनप्रतिनिधि हैं। जनता के हक़ की लड़ाई लड़ने वाली संघर्षशील नेता की छवि।

15. राजगढ़
गौवरधन सिंह तंवर
34 वर्ष
वर्तमान में पार्टी के राजगढ़ लोकसभा सहप्रभारी के पद पर कार्यरत। पार्टी के गठन से ही पार्टी की गतिविधियों में सक्रिय। राजगढ़ में एक आंदोलकारी नेता की छवि।

16. जौरा
श्री कृष्ण सिंह कुशवाह
50 वर्ष
भारतीय सेना से सेवानिवृत्त अधिकारी हैं। पार्टी से जुड़ने के बाद निरंतर पार्टी की गतिविधियों में सक्रिय रहे हैं। वर्तमान में पार्टी के मुरैना जिले के सचिव हैं एवं जौरा विधानसभा के प्रभारी हैं। सामाजिक क्षेत्र में भी लगातार सक्रिय रहते हैं। कुशवाह जागृति मंच के जिला उपाध्यक्ष एवं अखिल भारतीय पूर्व सैनिक संघ के भी जिला उपाध्यक्ष हैं।

17. खातेगाव
रेवाराम जाट
42 वर्ष
वर्तमान में पार्टी के खातेगांव विधानसभा प्रभारी हैं। पार्टी के गठन से ही पार्टी की गतिविधियों में सक्रिय रहे हैं। खातेगांव में जनसरोकार के मुद्दों पर लगातार आंदोलन करते रहते हैं। एक कुशल संगठनकर्ता। क्षेत्र में एक मजबूत आंदोलनकारी नेता की छवि।

18. सिवनी
रघुवीर सिंह सनोडिया
55 वर्ष
सिवनी क्षेत्र के प्रगतिशील किसान हैं। बंजर जमीन पर जैविक खेती कर फसल उगाने पर कई राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त किए। क्षेत्र में मिलनसार व जमीनी नेता की छवि, गाँव-गाँव में जीवंत संपर्क।

19. भगवानपुरा (अनुसूचित जनजाति)
भूरेलाल बिलवाल
36 वर्ष
वर्तमान में पार्टी के भगवानपुरा विधानसभा के प्रभारी हैं। पूर्व सरपंच रहे हैं। आदिवासी संगठनों में सक्रिय भूमिका रहती है। वर्तमान में आदिवासी पटेल संसद सभा के जिला अध्यक्ष।

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