कुख्यात माफिया डॉन मुन्ना बजरंगी की जेल में 10 गोलियां मारकर हत्या कुख्यात माफिया डॉन मुन्ना बजरंगी की जेल में 10 गोलियां मारकर हत्या
माफिया डॉन मुन्ना बजरंगी की जेल में ही 10 गोलियां मारकर हत्या कर दी गई। जेल में हुई इस हत्या से जेल के साथ पुलिस प्रसाशन में हड़कंप मचा हुआ है। पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों के साथ-साथ वकीलों ने भी जेल पर डेरा डाल रखा है। इस बीच सरकार ने जेलर व डिप्टी जेलर समेत 4 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है औऱ न्यायिक जांच के आदेश जारी कर दिए हैं। दो साल पूर्व बड़ौत के पूर्व विधायक लोकेश दीक्षित ने पूर्वांचल के कुख्यात मुन्ना बजरंगी पर रंगदारी मांगने का मुकदमा दर्ज कराया था। सोमवार को बागपत कोर्ट में पेशी के लिए रविवार रात ही बजरंगी को सुरक्षा के बीच झांसी से बागपत जेल भेजा गया था। रविवार सुबह करीब छह बजे आधा दर्जन गोलियां चलने की आवाज आई।
इसके कुछ देर बाद बजरंगी के हत्या का शोर जेल में गूंज उठा। हत्या से जेल प्रशासन में हड़कंप मचने के साथ लखनऊ तक का प्रशासन हिल गया। इस हत्याकांड के बाद तुरंत कार्रवाई करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जेलर को सस्पेंड करने के साथ ही न्यायिक जांच के आदेश जारी कर दिए हैं। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि जेल में इस तरह की घटना गंभीर मामला है। हम इसकी गहराई से जांच करेंगे और जिम्मेदारों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।
कौन है मुन्ना बजरंगी –
मुन्ना बजरंगी का असली नाम प्रेम प्रकाश सिंह है। उसका जन्म 1967 में उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले के पूरेदयाल गांव में हुआ था। उसके पिता पारसनाथ सिंह उसे पढ़ा-लिखाकर बड़ा आदमी बनाने का सपना संजोए थे। लेकिन, प्रेम प्रकाश उर्फ मुन्ना बजरंगी ने उनके अरमानों को कुचल दिया। उसने पांचवीं कक्षा के बाद पढ़ाई छोड़ दी और किशोर अवस्था तक आते-आते उसे कई ऐसे शौक लग गए जो उसे जुर्म की दुनिया में ले जाने के लिए काफी थे। मुन्ना को हथियार रखने का बड़ा शौक था। वह फिल्मों की तरह एक बड़ा गैंगेस्टर बनना चाहता था।