प्रख्यात फिल्म ‛अब तक छप्पन’ के असिस्टेंट डायरेक्टर ने अपार्टमेंट से कूदकर दी जान
मुंबई। नाना पाटेकर को लेकर बनी रामगोपाल वर्मा की चर्चित फिल्म अब तक छप्पन के लेखक रवि शंकर आलोक (32) ने बुधवार को मुंबई में आत्महत्या कर ली। आलोक ने अंधेरी स्थित अपने घर की छत से कूदकर जान दे दी।
पुलिस के मुताबिक, रविशंकर मुंबई के अंधेरी पश्चिम क्षेत्र में सात बंगलों के वसंत संसित नाम की बिल्डिंग में अपने बड़े भाई के साथ रहा करते थे। सिक्योरिटी गार्ड के मुताबिक वे कई दिनों से तनाव से गुजर रहे थे।
बताया जाता है कि दोपहर में लगभग दो बजे आलोक सात मंजिला इमारत की छत से कूद गए। पुलिस ने आकस्मिक मौत दर्ज की है। मृत शरीर को पोस्टमॉर्टम के लिए कूपर अस्पताल भेजा गया है।
2004 में रिलीज हुई अब तक छप्पन मुंबई पुलिस के तेजतर्रार पुलिस अधिकारी दया नायक के जीवन पर आधारित थी। जिसमें नाना पाटेकर ने उनकी भूमिका निभाई थी। बताया जाता है कि जब आलोक ने इस फिल्म का लेखन किया था, तब उनकी उम्र सिर्फ 18 बरस की थी।
2004 में आई फिल्म ‘अब तक छप्पन’ के असिस्टेंट डायरेक्टर रविशंकर आलोक ने बुधवार को एक बिल्डिंग से कूदकर खुदकुशी कर ली. मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक रवि डिप्रेशन में थे और उनके पास पिछले एक साल से कोई काम नहीं था.
Mumbai: 32-year-old man allegedly committed suicide by jumping off from the terrace of his apartment in Versova at around 2 pm yesterday. Police have registered an Accidental Death Report (ADR). Further investigation underway pic.twitter.com/8ebOsMsHx0
— ANI (@ANI) July 11, 2018
32 साल के रविशंकर आलोक मुंबई के वर्सोवा इलाके में रहते थे. पुलिस के मुताबिक बुधवार रात करीब 2 बजे उन्होंने अपने घर की बिल्डिंग से कूद कर आत्महत्या कर ली उनके पास से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है. फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है.
आपको बता दें पेशे से स्क्रिप्ट राइटर असिस्टेंट डायरेक्टर रविशंकर ने फिल्म ‘अब तक छप्पन’ में शिमित अमीन के साथ बतौर असिस्टेंट डायरेक्टर काम किया था. ये फिल्म काफी लोकप्रिय हुई थी. लेकिन खबरों की माने तो रवि के पास पिछले एक साल से कोई काम नहीं था और वो डिप्रेशन में और उनका मनोचिकित्सक से इलाज चल रहा था. पुलिस के मुताबिक फिलहाल तो ये सुसाइड केस लग रहा है लेकिन पुलिस इस केस के हर पहलू की जांच करने की कोशिश कर रही है.