कैंसर को रोकने में मददगार है गांजा, गांजे के सेहत से जुड़े ये अद्भुत लाभ

गांजे को सेहत के लिए नुकसानदायक माना जाता है लेकिन क्‍या आप जानते हैं कि अगर गांजे की सही खुराक ली जाये तो वह सेहत के लिए लाभकारी हो सकता है। गांजे की सही खुराक लेने पर इससे सेहत से जुड़े कई फायदे होते हैं। गांजा बेहतरीन पेनकिलर का काम करता है, इतना ही नहीं इससे ब्रेन स्ट्रोक और कैंसर जैसी बीमारियों से भी लड़ने में मदद मिलती है।

भारत में बैन चीजों की लिस्ट में एक ऐसी चीज भी शामिल है, जिसके बिना आजकल अधिकांश युवा बिल्कुल नहीं रह पाते। वो चीज है ‘गांजा’। अब कहने को तो ये बैन है मगर आसानी से हर शहर की गली-नुक्कड़ पर मिल जाता है। इसके नशे में धुत, पगलाते हुए लोग शायद आपने कभी न कभी देखे भी होंगे।

तभी तो कहते हैं कि नशा कैसा भी हो, बुरा ही होता है। और हां। गांजे के फायदे बताने के पीछे हमारा इरादा इसे प्रमोट करने का बिल्कुल भी नहीं है। मगर हां, यदि साइंस के मुताबिक इसकी सही खुराक ली जाए तो ये सेहत के लिए फायदेमंद हो सकता है।

आज हम आपको गांजे के ऐसे ही कुछ फायदे बताने जा रहे हैं। इन्हें जानने के बाद भी शायद आपको यकीन ना हो। लेकिन आपको बता दें कि यह तमाम बातें वैज्ञानिकों की रिसर्च में साबित हो चुकी हैं।

1.कैंसर रोकने में

अमेरिका की एक रिसर्च के अनुसार गांजे में कैनाबिनॉएड्स नाम का एक तत्व पाया जाता है, जो कैंसर की कोशिकाओं को मारने में सक्षम हैं। ये तत्व ट्यूमर के विकास के लिए जरूरी रक्त कोशिकाओं को रोक देता है। इसकी मदद से कोलन कैंसर, ब्रेस्ट कैंसर और लीवर कैंसर का इलाज भी किया जाता है।

2.मोतियाबिंद से राहत

गांजा का उपयोग आंखों के रोग मोतियाबिंद को रोकने और इसके इलाज के लिए किया जाता है। इस बीमारी में आंख की पुतली पर दबाव बढ़ने लगता है, ऑप्टिक नर्व्स को नुकसान होता है और दृष्टि को नुकसान हो सकता है। अमेरिका के नेशनल आई इंस्टीट्यूट के अनुसार गांजा ग्लूकोमा के लक्षण दूर करता है। गांजा ऑप्टिक नर्व से दबाव हटाता है।

3. नींद में फायदेमंद

नॉटिंघम यूनिवर्सिटी की रिसर्च के अनुसार अनिद्रा और बेचैनी के मामलों में भी गांजा असरकारक है। ये बेहतर नींद में मदद करता है।

4.हेपेटाइटिस सी के साइड इफेक्ट से राहत

थकान, नाक बहना, मांसपेशियों में दर्द, भूख न लगना और डिप्रेशन, ये हेपेटाइटिस सी के इलाज में सामने आने वाले साइड इफेक्ट हैं। यूरोपियन जरनल ऑफ गैस्ट्रोलॉजी एंड हेपाटोलॉजी के अनुसार गांजा की मदद से 86 प्रतिशत मरीज हैपेटाइटिस सी का इलाज पूरा करवा सके। माना गया कि गांजा ने इसके साइड इफेक्ट्स को कम किया।

5.दर्द निवारक

शुगर से पीड़ित ज्यादातर लोगों के हाथ या पैरों की तंत्रिकाएं नुकसान झेलती हैं. इससे बदन के कुछ हिस्से में जलन का अनुभव होता है. कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी की रिसर्च में पता चला कि इससे नर्व डैमेज होने से उठने वाले दर्द में bhang आराम देती है. हालांकि अमेरिका के एफडीए ने शुगर के रोगियों को अभी तक भांग थेरेपी की इजाजत नहीं दी है.

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