राष्ट्रीयकृत बैंकों पर डाका डालना कांग्रेस का मूल स्वभाव रहा है : प्रकाश जावड़ेकर
भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं केन्द्रीय मंत्री श्री प्रकाश जावड़ेकर जी ने आज सोमवार को पार्टी के केन्द्रीय कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता को संबोधित किया और झूठे ऋण माफी का वादा कर किसानों को गुमराह करने और किसानों पर अत्याचार करने के लिए राहुल गाँधी को कठघरे में खड़ा करते हुए कांग्रेस पार्टी की राज्य सरकारों पर जमकर हमले किये।
श्री जावड़ेकर ने कहा कि कर्नाटक की कांग्रेस–जेडीएस सरकार ने किसानों का 45,000 करोड़ रुपये का कर्ज माफ़ करने का एलान किया था लेकिन सरकार के शपथ लेने के छः महीने बाद भी 75 करोड़ रुपये तक माफ़ नहीं किये गए हैं। उलटे कर्नाटक की कांग्रेस-जेडीएस सरकार ने राष्ट्रीयकृत बैंकों की बैठक बुलाकर कहा कि आप किसानों के कर्ज माफ़ कीजिये, हम पैसे नहीं दे सकते जबकि राज्य सरकार को ऐसी बैठकें बुलाने का अधिकार ही नहीं है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीयकृत बैंकों पर डाका डालना कांग्रेस का मूल स्वभाव रहा है।जब बैंकों ने कांग्रेस-जेडीएस सरकार से कहा कि हम ऐसा नहीं कर सकते, आपको पैसे देने ही होंगे तब कर्नाटक की कांग्रेस गठबंधन सरकार ने किसानों की कर्ज माफी के लिए केवल 50 करोड़ रुपये ही स्वीकृत किये और उसमें से भी केवल दो करोड़ रुपये ही राष्ट्रीयकृत बैंकों को दिए।
केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि किसानों को कर्ज माफी के लिए जो फॉर्म वितरित किये जा रहे हैं, इसमें ऋण माफी के लिए 52 शर्तें रखी गई हैऔर इन शर्तों को पूरा करने वाले किसान ही कर्जमाफी के हकदार हो सकते हैं। यदि फॉर्म में उल्लेखित सभी 52 शर्तों को कसौटी पर कसा जाय तो राज्य के 15 फीसदी किसान भी सही से कर्जमाफी की पात्रता हासिल नहीं कर पायेंगे।
श्री जावड़ेकर ने कहा कि कांग्रेस–जेडीएस की कर्नाटक सरकार ने छः महीनों में किसानों का कर्जा तो माफ़ किया नहीं लेकिन पेट्रोल–डीजल और बिजली के रेट जरूर बढ़ा दिए। इसका परिणाम यह हुआ कि कांग्रेस–जेडीएस की सरकार बनने से लेकर आज तक केवल छः महीने में ही कर्नाटक में लगभग 397 किसान आत्महत्या करने को मजबूर हुए। जब किसान बैंकों के नोटिस से परेशान हो कर आंदोलन करते हैं, प्रदर्शन करते हैं तो उन पर लाठीचार्ज किया जाता है, किसानों के खिलाफ वारंट निकाला जाता है। उन्होंने कहा कि केवल बेलगावी जिले में ही 160 किसानों पर मुकदमें दर्ज किये गए हैं।
केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि इसके पहले भी कर्नाटक में पांच सालों तक कांग्रेस की सरकार रही लेकिन तब की सिद्धारमैया सरकार लगातार किसानों की अनदेखी करती रही। कांग्रेस की सिद्धारमैया सरकार के दौरान पांच वर्षों में कर्नाटक के 3500 से अधिक किसान आत्महत्या को मजबूर हुए और अब छः महीने में ही 397 किसानों ने आत्महत्या की। वास्तविकता यह है कि कांग्रेस जो बोलती है, वह करती नहीं। कांग्रेस की कथनी और करनी में जमीन–आसमान का अंतर है।
श्री जावड़ेकर ने कहा कि कांग्रेस पार्टी का कर्ज माफी का दिखावा केवल ढकोसला मात्र है, झूठ का पुलिंदा है और कुछ नहीं। उन्होंने कहा कि देश की आजादी से लेकर आज तक कांग्रेस ने हमेशा ही किसानों के साध धोखा किया है। कांग्रेस ने कभी भी किसानों को सशक्त बनाने के लिए कुछ नहीं किया। उन्होंने कहा कि पंजाब में भी कांग्रेस की सरकार ने चुनाव के समय किसानों से दो लाख रुपये तक का ऋण माफ़ करने का वादा किया था। एक आकलन के अनुसार पंजाब में वर्तमान में किसानों पर लगभग 90,000 करोड़ रुपये का कर्ज है लेकिन पंजाब की कांग्रेस सरकार ने बजट में केवल 3000 करोड़ रुपये का ही प्रावधान किया और ये 3000 करोड़ रुपये भी माफ़ नहीं किये गए। उन्होंने कहा कि पंजाब की कांग्रेस सरकार ने पहले किसानों को राष्ट्रीयकृत बैंकों के कर्जे को भी माफ़ करने की बात कही थी लेकिन अब इस वादे से भी कांग्रेस सरकार मुकर गई है। उन्होंने कहा कि किसान कांग्रेस सरकार की कर्ज माफी के जाल में फंस कर बैंकों का कर्ज चुकाना बंद कर चुके थे और अब कांग्रेस की वादाखिलाफी के कारण किसानों को नोटिस और वारंट जारी हो रहे हैं। अब समाचार पत्रों ने भी लिखना शुरू कर दिया है कि “It has helped nobody but it has harmed everybody” – यही कांग्रेस का असली चेहरा है।
केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि किसानों की दुर्दशा कांग्रेस सरकारों की किसान विरोधी नीतियों के कारण ही हुई है। न तो कांग्रेस सरकार ने आज तक किसानों को फसल का सही मूल्य दिया और न ही किसानों की आय को बढ़ाने के कोई उपाय किये। उन्होंने कहा कि कांग्रेसकी यूपीए सरकार स्वामीनाथन कमीशन की सिफारशों को कभी स्वीकार नहीं किया, यह भारतीय जनता पार्टी की श्री नरेन्द्र मोदी सरकार है जिसने किसानों को उनकी फसल पर लागत मूल्य का डेढ़ गुना समर्थन मूल्य देने का निर्णय लिया है और 2022 तककिसानों की आय को दुगुना करने का लक्ष्य रखा है।
श्री जावड़ेकर ने कहा कि स्पष्ट है कि कांग्रेस किसान विरोधी है, कांग्रेस ने हमेशा ही किसानों का शोषण किया है। आज भी कांग्रेस पार्टी कर्ज माफी के नाम पर कर्नाटक और पंजाब के किसानों को धोखा दे रही है। मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में भी कांग्रेस यही करने वाली है।
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